साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को लगेगा. यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा वहीं अमेरिका में इसका सबसे ज्यादा प्रभाव दिखेगा. जानते हैं इस ग्रहण से जुड़ी विशेष बातें.
साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण बहुत जल्दी लगने वाला है. साल का पहला सूर्य ग्रहण अप्रैल के महीने में लगेगा. कल यानि 8 अप्रैल, सोमवार के दिन यह सूर्य ग्रहण लगेगा. भारतीय समय के अनुसार 8 अप्रैल को रात में 9:13 मिनट पर शुरू होगा और देर रात 2 :23 मिनट पर खत्म होगा.
ग्रहण के दौरान भगवान का नाम लेना चाहिए और मंत्रों का जाप करना चाहिए.ग्रहण के बाद गंगाजल से स्नान करना चाहिए और पूरे घर में गंगाजल से छिड़काव करना चाहिए. ग्रहण खत्म होने के बाद दान-दक्षिणा करना चाहिए. देवी-देवताओं की प्रतिमा को भी गंगाजल से स्नान कराना चाहिए.
सूर्य ग्रहण के समय गुड़, नमक, तांबे के बर्तन का दान करना उत्तम माना जाता है. इस समय हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. इससे ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव से बचाव होता है. ग्रहण खत्म होने के बाद पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करने से सूर्य देव की कृपा मिलती है.
सूर्य ग्रहण के दौरान न तो भोजन पकाना चाहिए और न ही इसे खाना चाहिए. माना जाता है कि सूर्य की हानिकारक किरणों से भोजन दूषित हो जाता है जिसका सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है. ग्रहण में भगवान की प्रतिमा को स्पर्श करने से बचना चाहिए.
गर्भवती महिलाओं को इस समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. उन्हें किसी भी नुकीली चीज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इस दौरान तुलसी, पीपल और बरगद के पेड़ को नहीं छूना चाहिए.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण का सभी राशियों पर शुभ या अशुभ प्रभाव पड़ता है. 8 अप्रैल को लगने वाला सूर्य ग्रहण वृषभ, मकर, सिंह, तुला, वृश्चिक और कुंभ राशि वालों के लिए बहुत शुभ रहने वाला है. सूर्य की कृपा से इन राशियों अच्छे परिणाम मिलेंगे. वहीं मेष,कन्या, धनु और मीन राशि वालों के लिए यह सूर्य ग्रहण बहुत अशुभ रहने वाला है. इन्हें विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.
सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण के समय से 12 घंटा पहले लगता है. सूतक काल में किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. 8 अप्रैल को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. इसलिए इसका सूतक काल भी नहीं माना जाएगा.