होली का त्योहार भारत और नेपाल के विभिन्न हिस्सों में अलग अलग परंपराओं और रीतिरिवाजों के साथ मनाया जाता है। यहां कुछ प्रमुख प्रकार की होली का वर्णन किया जा रहा है। 

1. लठमार होली: यह उत्तर प्रदेश के बरसाना और नंदगांव में मनाई जाती है। यहां महिलाएं पुरुषों को लाठियों से मारती हैं, और पुरुष खुद को ढालों से बचाने का प्रयास करते हैं।

2. खड़ी होली: उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में मनाई जाने वाली इस होली में लोग पारंपरिक वेशभूषा में समूहों में एकत्र होते हैं और लोक गीत गाते हैं।

3. फागुवा या फगुआ: बिहार और झारखंड में मनाई जाने वाली होली, जिसमें लोग ढोलक और अन्य संगीत वाद्ययंत्रों की धुन पर नाचते और गाते हैं। 

4. रंगपंचमी: मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में, होली के पांच दिन बाद रंगपंचमी मनाई जाती है, जिसमें रंगों और पानी का उपयोग करके उत्सव मनाया जाता है।

5. शिग्मो: गोवा में मनाई जाने वाली होली, जिसे शिग्मो कहा जाता है, पारंपरिक नृत्य, परेड, और ढोलक की धुनों के साथ मनाया जाता है।

6. बसंत उत्सव: पश्चिम बंगाल में, विशेष रूप से शांतिनिकेतन में, होली को बसंत उत्सव के रूप में मनाया जाता है। यहां छात्र और शिक्षक पारंपरिक वस्त्र पहनते हैं और ऋतुराज बसंत का स्वागत करते हैं।

7. रॉयल होली: राजस्थान, विशेषकर उदयपुर में, महाराजा के महल में एक शाही होली उत्सव होता है जहाँ परंपरागत रीतिरिवाजों के साथ उत्सव मनाया जाता है।

ये होली के विभिन्न प्रकार भारतीय संस्कृति की विविधता और समृद्धि को दर्शाते हैं। प्रत्येक प्रकार की होली की अपनी खासियत होती है और यह अपनेअपने क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को प्रकट करती है।