अयोध्या में श्री रामलला मंदिर के उदघाटन के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अबु धाबी में बने पहले हिंदू मंदिर के उदघाटन करने जा रहे हैं।

यह विशाल मंदिर करीब 27 एकड़ जमीन पर बना है। जिसकी लागत लगभाग 700 करोड़ है, अबू धाबी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने मंदिर बनाने की अनुमति और जमीन देने का वचन दिया था।

मंदिर में भगवान जगन्नाथ बलदेव सुभद्रा, राधा कृष्ण, शिव-पार्वती गणेश-कार्तिकेय, तिरुपति बालाजी मां पद्मा, अयप्पा स्वामी, राम सीता लक्ष्मण हनुमान, स्वामी नारायण स्वामी, गुणपतिनंद स्वामी की प्रतिमा स्थापित की गई है। 

मंदिर के निर्माण में किसी भी धातु का उपयोग नहीं किया गया है मंदिरों के दोनों ओर गंगा और यमुना का पवित्र जल बह रहा है जिसे भारत से ले जाया गया है।

मंदिर में तापमान मापने और भूकंपीय गतिविधि पर नजर रखने के लिए उच्च तकनीक वाले 300 से अधिक सेंसर लगाए गए हैं।

मंदिर में 7 शिखर बनाए गए हैं। शिखर में अंक 7 का विशेष महत्व है। बता दें कि यूएई 7 अमीरात यानि 7 सियासतों से मिलकर बना है। इन शिखर के माध्यम से यूएई और भारत की संस्कृति का संगम नजर आता है।

मंदिर में पत्थरों पर बहुत ही अद्भुत नक्काशी की गई है नक्काशी के माध्यम से सीता स्वंयवर, राम वनवास और कृष्ण लीलाएं दर्शाई गई हैं।